रायपुर| मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज जांजगीर-चांपा जिले के विकासखण्ड नवागढ़ अंतर्गत ग्राम सिवनी में ग्रामीणों से भेंट-मुलाकात कर योजनाओं से उन्हें मिल रहे लाभ और प्रगति का फीडबैक लिया। श्री बघेल ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना और राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के संबंध में भी लोगों से चर्चा की। विजय कुमार साहू ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्हें किसान न्याय योजना की तीनों किश्त प्राप्त हो चुकी हैं, 48 हजार का लोन माफ हो चुका है। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को बताया कि भूमिहीन मजदूरों को सालाना 7000 रूपए दिया जा रहा है। इस जिले में 300 मजदूर लाभान्वित हो चुके हैं। उन्होंने लाभान्वित अन्य लोगों से भी बातचीत की। भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को सूर्यांश इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल में किताबों से तौला गया। श्री बघेल ने कहा कि अच्छी पुस्तकें बौद्धिक एवं व्यक्तित्व विकास के साथ-साथ चेतना का संचार करती है। शिक्षा जीवन का आधार है और शिक्षा का आधार अच्छी पुस्तकें हैं। उन्होंने बच्चों को बेहतर शिक्षा और अच्छी पुस्तकों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने ग्राम सिवनी में भेंट-मुलाकात के दौरान सिवनी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टर की पदस्थापना, डिपरीपारा में बिजली सब-स्टेशन स्थापित करने, सर्व सुविधायुक्त मंगल भवन बनवाने, संतोषी माता मंदिर परिसर में महिला और पुरूषों के लिए प्रसाधन की व्यवस्था करने की घोषणा। इसी प्रकार उन्होंने चांपा के पुराना नेशनल हाईवे में हसदेव नदी में जर्जर गेमनपुल का नया निर्माण तेजी से कराने, कन्हाईबंध में छतराम सूर्यवंशी के घर से नैला फाटक तक पक्की सड़क बनवाने, पाली में शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला भवन का निर्माण कराने, ग्राम बोड़सरा से हाथीटिकरा तक पक्की सड़क बनवाने, बोड़सरा तथा मरकाडीह में नवीन पंचायत भवन निर्माण और करमंदी में उचित मूल्य दुकान हेतु भवन निर्माण की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री बघेल को भेंट-मुलाकात के दौरान सिवनी की उर्मिला ने बताया कि उन्हें 70 किलो राशन मिलता है, छोटी बहु का राशन कार्ड नहीं बन पाया है। मुख्यमंत्री ने शीघ्र राशन कार्ड बनवाने का आश्वासन दिया। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल के बच्चों ने मुलाकात कर अंग्रेजी में बात की। 11वीं कक्षा के अनिल साहू ओर माही पांडेय ने बताया कि पहले महंगी फीस देकर इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ते थे, अब स्वामी आत्मानंद स्कूल उपलब्ध हो जाने से मुफ्त में पढ़ाई हो रही है। बच्चों ने इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार माना। भेंट-मुलाकात में बोड़सरा निवासी कंचन ओगरे ने मुख्यमंत्री को जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने की जानकारी दी। उन्होंने अपना मूल निवासी महासमुंद जिला का होना बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आवेदन दे दीजिए, आपका जाति प्रमाण बन जाएगा। आवेदन महासमुंद कलेक्टर को भेज दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को सिवनी स्कूल के बच्चों ने बताया कि समतल खेल मैदान, गेट और मंच नहीं है। इस पर मुख्यमंत्री ने तत्काल संज्ञान लेते हुए 4 माह के भीतर मांग पूरा करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने ग्राम सिवनी के राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों से बातचीत की। क्लब के उपाध्यक्ष श्री जगेश्वर यादव ने बताया कि क्लब के माध्यम से गांव में खो-खो कबड्डी, रस्साकस्सी खेलों का आयोजन किया गया। इन खेलों में ग्रामीणों द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया। इस पर मुख्यमंत्री ने क्लब के सदस्यों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इलाज के लिए 3 दिनों में मिली साढ़े 12 लाख रुपये की सहायता भेंट-मुलाकात के दौरान ग्राम बुडेना से पहुँचे शिपन्द कश्यप ने मुख्यमंत्री को अपने बच्चे के इलाज करवाने के लिए नम आंसू से आभार प्रकट किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि मेरे 3 वर्षीय पुत्र शिवंत कश्यप के दिमाग के नसों में गंभीर समस्या आ गयी थी। जिसके इलाज के लिए सर्जरी होनी थी, इसके लिए करीब 12 लाख रुपये की आवश्यकता थी। फिर मैंने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत आवेदन किया। मेरा आवेदन 3 दिन में स्वीकृत हुआ एवं इलाज के लिए 12 लाख 50 हजार रूपए प्राप्त हुआ। ऐसा सुनते ही मुख्यमंत्री ने बच्चे को अपने पास बुलाया एवं बच्चे को गोद में उठाकर दुलारा और बच्चे को आशीर्वाद दिया। गोबर बेचकर कमाए 2 लाख रूपए ग्राम बछोद से पहुँची श्रीमती रूकमणी ने मुख्यमंत्री को बताया कि गोधन न्याय योजना के अंतर्गत लगभग 2 सालों में गोबर बेचकर मैने 2 लाख 10 हजार रुपये अतिरिक्त आमदनी प्राप्त की। इस पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बधाई देते हुए इतने सारे पैसा का क्या उपयोग किया पूछा। जिस पर श्रीमती रूकमणी ने बताया कि इस पैसे से कोठा बनवाया है। साथ ही इस पैसे से मैं अपने बच्चों को पढ़ा रही हूं। उन्होंने आगे बताया कि घर में भैंस और गाय मिलाकर कुल 50 जानवर हैं एवं गोधन न्याय योजना से अब डेयरी पालन में पहले से अधिक मुनाफा मिल रहा है।