रायपुर| छत्तीसगढ़ में केंद्रीय एजेंसियों और राज्य सरकार की मशीनरी के बीच टकराव की आशंका बढ़ गई है। अफसरों-कारोबारियों को पूछताछ में प्रताड़ित करने, मारपीट और मुर्गा बनाने की शिकायतों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गंभीरता से लिया है। मुख्यमंत्री ने सोमवार को कहा, केंद्रीय एजेंसियां अपनी सीमाएं लांघ रही हैं। हमारे पास कार्रवाई के विकल्प खुले हैं। नागरिकों की रक्षा के लिए हम कार्रवाई कर सकते हैं। रायपुर पुलिस लाइन स्थित हेलीपैड पर पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, केंद्रीय एजेंसियों द्वारा बहुत गलत हो रहा है। जो सीमा है उसके बाहर जाकर काम कर रही हैं। जो जानकारी आ रही है उसके मुताबिक किसी को मुर्गा बना रहे हैं। किसी को खाना देते हैं तो पानी नहीं देते। रात भर जगाकर रखते हैं। देर रात तक छोड़ते हैं। कई-कई रात सोने नहीं देते। रॉड से पिटाई हो रही है। किसी के कान से सुनाई नहीं देते। किसी बुजुर्ग आदमी को बैठने नहीं देते। उन बुजुर्ग को कहा गया कि खड़े रहो। उन्होंने कहा, उनको तकलीफ होती है। उनको पैरालिसिस का अटैक भी आया। यह अमानवीय कृत्य है। मैं नहीं समझता कोई सरकार अथवा न्यायालय इसकी इजाजत देगी। ये अपनी सीमाओं से बाहर जाकर कार्यवाही कर रहे हैं यह बेहद दुर्भाग्यजनक बात है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, अपने राज्य के नागरिक को सुरक्षा देना मेरी जिम्मेदारी है। अगर कोई भी चाहे वह दूसरे राज्य का हो, सेंट्रल एजेंसी हो अपनी सीमाओं से बाहर जाकर काम करे तो उसके खिलाफ कार्रवाई करने का भी हमको अधिकार है। मुख्यमंत्री ने एक दिन पहले भी सोशल मीडिया पर संदेश पोस्ट कर केंद्रीय एजेंसियों को चेतावनी दी थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह सेंट्रल एजेंसी का मामला है तो सबसे पहले केंद्र सरकार को ही इसकी जानकारी दे रहे हैं। उनसे कहा जाएगा कि ये-ये शिकायतें हैं। इस प्रकार से हो रहा है और यह ठीक नहीें है। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय एजेंसियों से पीड़ित लोगों से जानकारी मांगी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पेज पर लिखा, केंद्रीय एजेंसियों के अवैधानिक कृत्यों से भाजपा समर्थक नागरिक भी पीड़ित हैं लेकिन भाजपा अपने लोगों के साथ भी खड़ी नहीं हो रही है। मैं पूरी जिम्मेदारी से प्रदेश के सभी नागरिकों को आश्वस्त करता हूं कि ऐसी किसी भी हरकत की जानकारी हमें दें, आपकी सुरक्षा हेतु हम प्रतिबद्ध हैं।