रायपुर। छत्तीसगढ़ के साय कैबिनेट की बैठक 17 अप्रैल को 12.30
बजे से मंत्रालय महानदी भवन में होगी। बजट सत्र के बाद होने वाली यह
पहली बैठक है। इस दौरान नक्सल मोर्चे और अलग- अलग विभागों के बजट पर चर्चा
हो सकती है। साथ ही नए स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास को लेकर चर्चा संभावित है।
वहीं मुख्य सूचना आयुक्त की नियुक्ति पर कैबिनेट फैसला कर सकती है।
'मोर दुआर-साय सरकार' महाअभियान
वहीं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने
मंगलवार को बस्तर जिले के ग्राम घाटपदमपुर से प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण
अंतर्गत आवास प्लस 2.0 सर्वेक्षण के लिए प्रदेशव्यापी मोर
दुआर-साय सरकार महाभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान उन्होंने
घाटपदमपुर के कई हितग्राहियों के घर पहुंचकर स्वयं सर्वेक्षण किया। मुख्यमंत्री के
गांव पहुंचने पर ग्रामीणों में भारी उत्साह दिखाई दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि,
सरकार का उद्देश्य प्रत्येक पात्र ग्रामीण परिवार को पक्का और
सुरक्षित घर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण कार्य समयबद्ध और पारदर्शी
ढंग से पूरा किया जाएगा, ताकि हर जरूरतमंद को योजना का लाभ
मिले।
गौरतलब
है कि, प्रधानमंत्री
आवास योजना ग्रामीण आवास प्लस 2.0 के तहत सर्वेक्षण के लिए
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के विशेष पहल पर 15 दिवसीय
मोर दुआर-साय सरकार महाभियान शुरू किया गया है। यह अभियान 30 अप्रैल तक चलेगा। मोर दुआर-साय सरकार महाभियान का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के
ऐसे ग्रामीण परिवारों की पहचान करना है, जिन्हें अब तक किसी
भी आवासीय योजना के तहत पक्का आवास नहीं मिल सका है। उन्हें पक्के आवास की सुविधा
उपलब्ध कराना है।
महाभियान में हितग्राहियों का होगा सर्वे
इस
महाभियान में राज्य के प्रत्येक गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना प्लस 2.0 के हितग्राहियों के सर्वेक्षण का
कार्य पूरा किया जाएगा, ताकि योजनांतर्गत आवास की स्वीकृति
एवं निर्माण कार्य कराया जा सके। यह महाभियान तीन चरणों में संचालित होगा। पहले
चरण में 15 से 19 अप्रैल के बीच जिला
और ब्लॉक स्तर पर आयोजित किए जा रहे हैं। दूसरे चरण में 20 से
28 अप्रैल तक सभी ग्रामों में ग्राम सभाएं आयोजित कर घर-घर
जाकर पात्र परिवारों का सर्वेक्षण किया जाएगा। तीसरे चरण में 29 और 30 अप्रैल को सभी सर्वेक्षणों की पुष्टि, ग्राम सभा की स्वीकृति और सत्यापन कर अंतिम रिपोर्ट तैयार कर राज्य
कार्यालय को भेजी जाएगी।