रायपुर|
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज शाम आईबीसी-24 द्वारा राजधानी रायपुर के एक निजी होटल में
आयोजित स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप 2022 वितरण
कार्यक्रम में प्रतिभावान छात्राओं को सम्मानित किए। स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप के तहत
राज्य की प्रावीण्य सूची में स्थान बनाने वाले छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति
प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने इस दौरान प्रदेश के छात्र-छात्राओं
को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने आईबीसी-24 संस्थान
द्वारा की जा रही पहल की सराहना की। कार्यक्रम
में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, महिला एवं
बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कार्यक्रम में
सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में शिक्षा को लेकर
जागरूकता का बहुत अच्छा वातावरण निर्मित हुआ। यहां कोरोनाकाल की बाधाओं के बावजूद
हमारे बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों ने शिक्षा की अलख को जगाया रखा।
उन्होंने कहा- जैसा मुझे बताया गया है कि स्वर्णशारदा स्कॉलरशिप के तहत राज्य के 12वीं बोर्ड
परीक्षा में हर जिले में प्रथम आने वाले छात्राओं को 50 हजार रूपए, प्रदेश में
प्रथम आने वाली छात्रा एवं उसके स्कूल को एक-एक लाख रूपए स्कॉलरशिप प्रदान की जाती
है। साथ ही प्रत्येक संभाग में प्रथम आने वाले छात्रों को भी 50 हजार रूपए
की स्कॉलरशिप प्रदान की जाती है। जब हम अपनी प्रतिभाओं का सम्मान करते है और उनकी
मदद के लिए आगे आते है तो हम न सिर्फ उनके, बल्कि पूरे समाज
के स्वर्णिम भविष्य की रचना करने में अपना हाथ बंटाते है। हमारी ये प्रतिभाएं ही
हमारे प्रदेश का भविष्य हैं। नवा छत्तीसगढ़ के निर्माण का सपना इन्हीं के माध्यम से
पूरा होगा।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि राज्य
में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना ने उत्कृष्ट शिक्षा पर हर वर्ग
के विद्यार्थियों का अधिकार सुनिश्चित किया है। इस योजना में अब अंग्रेजी के
साथ-साथ हिन्दी माध्यम के भी उत्कृष्ट स्कूल प्रारंभ कर दिए गए है। भेंट-मुलाकात
कार्यक्रम में मैं जिस भी गांव या शहर में जाता हूं वहां इस योजना को लेकर बहुत अच्छा
फीडबैक मिल रहा है। सभी क्षेत्रों में लोग नए स्कूलों की मांग कर रहे हैं। हम उनकी
मांग के अनुरूप स्कूलों की संख्या में वृद्धि भी कर रहे हैं। हमारी सरकार द्वारा
राज्य में इन स्कूलों के साथ-साथ अन्य सभी शासकीय स्कूलों की अधोसंरचना को बेहतर
बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे है, ताकि हमारी
प्रतिभाएं बिना किसी बाधा व रूकावट के आगे बढ़ सकें।