भोपाल। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपेक्षित सफलता हासिल करने के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपना दल (एस) ने जमीनी स्तर पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए अपना दल (एस) मध्य प्रदेश संगठन के सभी सदस्यों एवं कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
READ MORE : जानें कौन हैं विजय सिंगला? भगवंत मान ने क्यों मंत्रिमडल से बर्खास्त किया?
पार्टी निर्देश में कहा गया है कि वह अपने क्षेत्र में पार्टी प्रचारक के रूप में अधिक से अधिक सदस्यों को जोडऩे का प्रयास करें और राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव से पहले 1 करोड़ 10 लाख नए सदस्यों को जोडऩे के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।
पार्टी ने राज्य स्तर पर भी टीमें बनानी शुरू कर दी हैं। वहीं ग्वालियर, चंबल, सतना, रीवा और बुंदेलखंड जैसे जिलों में जहां पार्टी का दबदबा है, वहां कार्यकर्ताओं को मैदान में उतरकर जनसंपर्क करने को कहा गया है।
अपना दल (एस) के प्रदेश अध्यक्ष अमृतलाल पटेल ने कहा कि अपना दल (एस) राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मार्गदर्शन में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहा है। हमारा उद्देश्य पिछड़े, दलितों, शोषितों के प्रति पार्टी के समर्पण को जनता तक पहुंचाना है।
हम जिला-मंडल-तहसील स्तर पर समितियां बनाकर ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से नए और युवा साथियों को एक साथ लाने का प्रयास कर रहे हैं। हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल वर्तमान राजनीति में युवाओं की सबसे शक्तिशाली आवाज हैं और युवाओं ने उन्हें अपना नेता स्वीकार किया है।
READ MORE : पार्टी छोड़ते ही हार्दिक पटेल ने कांग्रेस को लताड़ा, बताया हिन्दू विरोधी
मध्य प्रदेश की जनता जानती है कि सदन में आवाज उठाने वाले नेताओं में अनुप्रिया सबसे आगे हैं। हम आगामी चुनावों के लिए पूरे विश्वास के साथ आगे बढ़ रहे हैं। अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल के अनुसार, अपना दल के संघर्षों ने ओबीसी के लिए आरक्षण को और मजबूत किया है।
शिक्षक भर्ती से लेकर छोटे कार्यकर्ताओं तक, पार्टी के प्रयासों का भुगतान किया गया है। हम मध्य प्रदेश के सभी वर्गों से संबंधित हैं। हम लेने में विश्वास करते हैं। हर कमजोर वर्ग की मजबूत आवाज बनने के साथ-साथ अपना दल (एस) मध्य प्रदेश की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनने की दिशा में काम कर रहा है।