रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा
नक्सलवाद के विरुद्ध चलाए जा रहे निर्णायक अभियानों को एक और बड़ी सफलता मिली है।
दंतेवाड़ा जिले में आज 26 हार्डकोर
नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के समक्ष आत्मसमर्पण किया, जो
राज्य की नई आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति – 2025 की सफलता
और विश्वसनीयता का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर
सुरक्षाबलों के जवानों को सहृदय बधाई देते हुए कहा कि नक्सलवाद के समूल नाश के
हमारे संकल्प को निरंतर सफलता मिल रही है। इस उपलब्धि में नियद नेल्ला नार योजना
और लोन वर्राटू अभियान की अहम भूमिका रही, जो आदिवासी युवाओं
को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए चलाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी द्वारा लाल आतंक प्रभावित गांवों को
नक्सलमुक्त घोषित होने पर ₹1 करोड़ की विशेष सहायता राशि की
घोषणा के सकारात्मक परिणाम भी अब सामने आने लगे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
एवं गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में 31 मार्च 2026 तक राज्य को पूरी तरह नक्सल आतंक से
मुक्त करने का संकल्प लिया गया है। मुख्यमंत्री साय ने विश्वास व्यक्त किया कि हम
निश्चित रूप से तय समयसीमा के भीतर इस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। उन्होंने कहा कि
यह महज कोई अभियान नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की शांति, सुरक्षा और समृद्धि का मिशन है।