रायपुर| वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बिलासपुर वन मंडल के एक रेंजर को निलंबित करने की घोषणा की है। रेंजर पर कैम्पा के काम में अनियमितता का आरोप है। विधानसभा में यह मामला उठने के बाद मंत्री ने रेंजर के निलंबन की घोषणा की। बताया जा रहा है, वन विभाग आज ही निलंबन के आदेश जारी करेगा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बिलासपुर वन मंडल में अनियमितता की ओर से सरकार का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा, सितम्बर 2021 में हुई शिकायत की जांच में उप वन मंडलाधिकारी कोटा ने अपनी जांच रिपोर्ट मार्च 2022 में ही दी है। इसमें साफ लिखा गया है कि सरकार के साथ धाेखाधड़ी हुई है। फर्जी प्रमाणक तैयार कर भुगतान कर दिया गया है। 15 व्यक्तियों के खाते में फर्जी तरीके से 8 लाख 59 हजार 407 रुपए जमा कर निकाल लिए गए हैं। यह सीधे-सीधे गबन है। इस रिपोर्ट में उन्होंने तत्कालीन परिक्षेत्र सहायक और परिक्षेत्र अधिकारी बेलगहना को दोषी माना है। इस जांच रिपोर्ट के बाद भी संबंधित अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा, इसी परिक्षेत्र में कहुआ नाला में मजदूरों को फर्जी भुगतान किया गया है। इसमें जांच तक नहीं हुई। नेता प्रतिपक्ष का कहना था, ऐसे 10 मामलों की लिखित शिकायत के बाद भी वहां कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। जवाब में वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा, जांच प्रतिवेदन में प्रारंभिक तौर पर अनियमितता की बात सामने आई है। इसके आधार पर उन्होंने बेलगहना के तत्कालीन रेंजर को निलंबित करने की घोषणा की। वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा, कहुआ नाले में फर्जी भुगतान की शिकायत पर जांच कराई गई है। इसी मामले में शिकायतकर्ता ने 12 जुलाई को नई शिकायत की है। उसकी भी जांच उप वन मंडलाधिकारी कोटा को भेजी गई थी। उन्होंने 21 जुलाई को अपनी रिपोर्ट दी है। उच्च अधिकारी उसका परीक्षण कर रहे हैं। अंतिम रिपोर्ट मिलने के बाद इसके लिए जिम्मेदार लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी।