रायपुर| देश के 16वें राष्ट्रपति के चुनाव के लिए सोमवार सुबह 10 बजे से शुरू हुआ मतदान खत्म हो गया है। छत्तीसगढ़ के सभी 90 विधायकों ने वोट डाले। सबसे पहले भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने मतदान किया तो सबसे अंत में कांग्रेस विधायक द्वारिकाधीश यादव का वोट पड़ा। कांग्रेस की ओर से सबसे पहले पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने मतदान किया था। शाम 5 बजे मतपेटी को सील किया जाएगा। इसके बाद फ्लाइट से निर्वाचन अधिकारियों की एक टीम मतपेटी और दूसरे दस्तावेज लेकर दिल्ली जाएंगी। वहां मतपेटी को राज्यसभा सचिवालय के स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा। 21 जुलाई को मतगणना होनी है। सुबह सबसे पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए आई मतपेटी को विधानसभा के समिति कक्ष-2 में बने मतदान केंद्र में पहुंचाई गई। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी पी. दयानंद की मौजूदगी में निर्वाचन अधिकारियों ने सुबह स्ट्रांग रूम से मतपेटी को पूरी सुरक्षा में निकालकर मतदान केंद्र में पहुंचाया। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायक मोहित केरकेट्टा और विपक्ष के विधायक डॉ. कृष्ण मूर्ति बांधी भी उम्मीदवारों के एजेंट के तौर पर मौजूद रहे। दोनों विधायकों को पहले मत पेटी को बक्से से निकाल कर खाली होने को पुष्टि के लिए दिखाया गया। इसके बाद निर्वाचन अधिकारियों ने मतपेटी को टैग और फ्लैग लगा कर सील किया। इस्तीफा देने के बाद पहली बार स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव भी सामने आए। वह भी मतदान के लिए पहुंचे। उनके साथ विधायक छन्नी साहू और शैलेष पांडेय भी थे। विधानसभा में सिंहदेव को देखते ही विधायक कुलदीप जुनेजा उनके पास गए और फिर मतदान कराया। इससे पहले स्पीकर डाक्टर चरणदास महंत और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कई विधायक मतदान कर चुके थे। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि उम्मीद है कि भाजपा प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को छत्तीसगढ़ से रिकार्ड वोट मिलेंगे। उन्होंने कहा कि गैर एनडीए दल ने भी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन दिया है।