रायपुर : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को
कांग्रेस ने लोकतंत्र पर प्रहार बताया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष
सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री तानाशाही पर उतर
आये है। चुनाव के चलते दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल को इस तरह
टार्गेट करना एकदम गलत और असंवैधानिक है। राजनीति का स्तर इस तरह से गिराना देश के
लिये घातक है। अपने आलोचकों से चुनावी रणभूमि में उतरकर लड़िये, उनका डटकर मुक़ाबला करिए, उनकी नीतियों और कार्यशैली
पर बेशक हमला करिए - यही लोकतंत्र होता है। मगर इस तरह देश की सारी संस्थाओं की
ताकत का अपने राजनीतिक मक़सद को पूरा करने के लिए इस्तेमाल करना, दबाव डालकर उन्हें कमज़ोर करना लोकतंत्र के हर उसूल के ख़लिफ़ है। देश के
विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज़ कर दिये गये हैं, तमाम राजनीतिक दलों और उनके नेताओं पर ईडी, सीबीआई,
आईटी का दिन रात दबाव है, एक मुख्यमंत्री जेल
में डलवा दिये गये हैं, अब दूसरे मुख्यमंत्री को भी जेल ले
जाने की तैयारी हो रही है। ऐसा शर्मनाक दृश्य भारत के स्वतंत्र इतिहास में पहली
बार देखने को मिल रहा है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा
कि सवाल सिर्फ एक अरविंद केजरीवाल या हेमंत सोरेन का नहीं है। जिस प्रकार से
विपक्षी दलों के नेताओं को टारगेट किया जा रहा उनको फंसाया जा रहा वह देश के
लोकतंत्र को समाप्त करने की साजिश। ईडी के 98 प्रतिशत
कार्यवाही विपक्ष के ही खिलाफ क्यों होती है। जो विपक्ष के नेता भाजपा में शामिल
हो जाते है उनके खिलाफ कार्यवाही रोक दिया जाता है। प्रधानमंत्री और उनका दल अपने
सहयोगी, उद्योगपति मित्रों के घोटालों पर पर्दा डालते है।
भाजपा को चंदा देने के लिये दबाव ईडी, सीबीआई, की रेड कारवाई जाती है और विरोधी दल के निर्वाचित सरकारों मुख्यमंत्रियों
को गिरफ्तार करवाया जाता है।