नई दिल्ली। अगर आप छत्तीसगढ़ के गोपालक हैं और मोटू,
कोसली नस्ल की गाय या छत्तीसगढ़ी नस्ल की भैंस पालते हैं तो आपको
मोदी सरकार 2 से 5 लाख रुपए तक का ईनाम
देगी। इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। दरअसल मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय के तहत पशुपालन और डेयरी विभाग, किसानों को स्थायी आजीविका प्रदान करने के लिए पशुपालन और डेयरी क्षेत्र
के प्रभावी विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
भारत की स्वदेशी
गोजातीय नस्लें सशक्त हैं और उनमें राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका
निभाने की आनुवंशिक क्षमता भी है। वैज्ञानिक तरीके से स्वदेशी गोजातीय नस्लों के
संरक्षण और विकास के उद्देश्य से दिसंबर 2014
में राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम) शुरू
किया गया था।
आरजीएम के तहत, 2021 से यह विभाग दूध उत्पादक किसानों, डेयरी सहकारी समितियों/एमपीसी/एफपीओ और कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियनों
(एआईटी) को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हर साल राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार
प्रदान कर रहा है। इस वर्ष भी राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार निम्नलिखित श्रेणियों
के लिए है:
स्वदेशी गाय/भैंस
नस्ल का पालन करने वाला सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान (पंजीकृत नस्लों की सूची संलग्न)।
सर्वश्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति
(डीसीएस)/दूध उत्पादक कंपनी (एमपीसी)/डेयरी किसान उत्पादक संगठन(एफ पीओ) ।
सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन
(एआईटी)।
3. इस वर्ष से, विभाग
ने उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) राज्यों के लिए एक विशेष पुरस्कार शामिल किया है
ताकि उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) में डेयरी विकास गतिविधियों को प्रोत्साहित और
बढ़ावा दिया जा सके।
4. जैसा कि ऊपर बताया गया है, एनजीआरए 2024 प्रत्येक श्रेणी में उत्तर पूर्वी
क्षेत्र (एनईआर) राज्यों के लिए प्रथम, द्वितीय, तृतीय और एक विशेष पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। एनजीआरए 2024 में पहली दो श्रेणियों यानी सर्वश्रेष्ठ डेयरी किसान और सर्वश्रेष्ठ
डीसीएस/एफपीओ/एमपीसी में योग्यता प्रमाणपत्र, एक स्मृति
चिन्ह और मौद्रिक पुरस्कार शामिल होंगे:
5,00,000/- (पांच लाख रुपये मात्र)
-प्रथम रैंक
3,00,000/- (तीन लाख रुपये मात्र) -दूसरी रैंक और
2,00,000/- (रुपये दो लाख मात्र) -तीसरी रैंक
2,00,000/- (दो लाख रुपये मात्र) -उत्तर पूर्वी क्षेत्र (एनईआर) के
लिए विशेष पुरस्कार।
5. सर्वश्रेष्ठ कृत्रिम
गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी के मामले में, राष्ट्रीय
गोपाल रत्न पुरस्कार-2024 में केवल योग्यता प्रमाण पत्र और एक
स्मृति चिन्ह शामिल होगा। कृत्रिम गर्भाधान तकनीशियन (एआईटी) श्रेणी में कोई नकद
पुरस्कार प्रदान नहीं किया जाएगा।
6. 2024 के पुरस्कारों के
दौरान राष्ट्रीय गोपाल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकन 15.07.2024 से शुरू होकर राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल यानी https://awards.gov.in के माध्यम से ऑनलाइन जमा किए जाएंगे और नामांकन जमा करने की अंतिम तिथि 31.08.2024
होगी। पुरस्कार राष्ट्रीय दुग्ध दिवस (26 नवंबर,
2024) के अवसर पर प्रदान किए जाने हैं। पात्रता और ऑनलाइन आवेदन
करने से संबंधित दिशानिर्देशों के बारे में अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट https://awards.gov.in या https://dahd.nic.in देखी जा सकती है।