नई दिल्ली। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री विजय सिंगला की 24 मई 2022 को की गयी बर्खास्तगी के बाद गिरफ्तारी को लेकरे राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। कम समय में राजनीति में अपनी पहचान बनाने वाले विजय सिंगला ने राजनीति में ऊंचाइयों को छुआ।
फिर उनके साथ मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ऐसा क्यों किया।
सिंगला ने मनसा विधानसभा सीट से शानदार जीत दर्ज की थी। सिंगला पंजाब में सबसे ज्यादा जीत के अंतर के साथ तीसरे नंबर पर थी। डॉ. विजय सिंगला को 1,00,023 मत मिले, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी सिद्धू मूस वाला को 36700 मत मिले और तीसरे स्थान पर शिरोमणि अकाली दल के प्रत्याशी को 27180 मत मिले। ऐसे में वह पंजाब में सबसे ज्यादा 63323 वोटों के अंतर से विधायक बने।
विधायक बनने के बाद उन्हें सरकार के मंत्रिमंडल में जगह दी गई। डेंटल क्लीनिक चलाने वाले विजय सिंगला के स्वास्थ्य मंत्री बनने पर लोगों को काफी उम्मीदें थीं। वह लंबे समय तक सिविल अस्पताल मानसा रोड पर सिंगला डेंटल क्लिनिक चलाते थे। उनकी पत्नी अनीता सिंगला भी बीएएमएस हैं और बेटा चेतन सिंगला एमडी कर रहा है।
सिंगला करीब 10 साल पहले आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। मानसा विधानसभा क्षेत्र में 20 फरवरी 2022 को मतदान हुआ था। इस बार यहां 78.99 फीसदी मतदाताओं ने वोट डाला। 2017 के विधानसभा चुनाव में मनसा में बंपर वोटिंग हुई और 84.52 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
आम आदमी पार्टी पंजाब के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने कहा कि विजय सिंगला ने एक टेंडर में एक प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। इसकी शिकायत सीएम मान तक पहुंची थी। पार्टी से निष्कासन के मुद्दे पर कांग ने कहा कि दागी लोगों की आम आदमी पार्टी में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि दागी लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
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