January 12, 2023


शपथ लेने के बाद मैंने जो पहला काम किया, वह था किसानों की ऋण माफी: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

लोगों की आय में वृद्धि और जीवन स्तर को बेहतर बनाना हमारा मुख्य लक्ष्य

रायपुर| मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज सिहावा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बेलरगांव में आम जनता से भेंट-मुलाकात कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मैंने, जो पहला काम किया था, वह था किसानों की ऋण माफी। उन्होंने कहा कि शपथ के लेने के बाद वह सीधे मंत्रालय गए और राज्य के लगभग 19 लाख किसानों पर बकाया साढ़े नौ हजार करोड़ रूपए की ऋण माफी की फाइल पर हस्ताक्षर किए। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों की आय और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाना हमारा लक्ष्य है। इसके लिए बीते चार सालों में आजीविका के विविध साधन सृजित किए गए हैं। उन्होंने राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना, राजीव गांधी ग्रामीण कृषि भूमिहीन मजदूर न्याय योजना, सुराजी गांव योजना, स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक जैसी अभिनव योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि यह योजनाएं लोगों के जीवन को बेहतर बनाने वाली योजनाएं हैं। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर नगरी-सिहावा क्षेत्र के विकास के लिए कई सौगातें दी। मुख्यमंत्री ने बेलरगांव में सामुदायिक भवन, सांकरा-घठुला-बेलरगांव-जैतपुरी मार्ग चौड़ीकरण, राजपुर से कर्राघाटी तक पक्की सड़क, मुरूमसिल्ली बांध की सुरक्षा के लिए प्रोटेक्शन वॉल निर्माण और डिस्टर्व पिचिंग का सुधार, बालका नदी के कर्णेश्वर संगम मंदिर तक तटबंध निर्माण, बाजार कुर्रीडीह में धान खरीदी केंद्र, ग्राम पंचायत खैरभर्री में आमानाला नदी के किनारे पुल निर्माण, गोविन्दपुर में डोंगापथरा के पास पुल निर्माण, करैया से सारंगपुरी पहुंचमार्ग एवं करैहा से आड़मुड़ा मार्ग में पुलिया निर्माण, अमाली, गुडरापारा, राजपुर और लखनपुर में मुख्यमंत्री हाट बाजार योजना के क्रियान्वन हेतु शेड निर्माण, ग्राम पंचायत चनागांव, गेदरा, उमरगांव, कांटाकुर्रीडीह, लखनपुरी, कसपुर, बनबगौद, परसापानी, कल्लेमेटा, भड़सिवना, हिर्रीडीह, घठुला और खम्हरिया में देवगुड़ी निर्माण एवं जीर्णाेंद्धार कराए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कृषि एवं किसानों की बेहतरी के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना की शुरूआत की गई। उन्होंने कहा कि इस योजना को लागू करने के बाद ही कोरोना की वैश्विक महामारी आ गई। काम-धंधे ठप हो गए। राज्य की वित्तीय स्थिति पर भी इसका प्रभाव पड़ा, इसके बावजूद भी हमने किसान भाईयों को इस योजना के तहत 1500 करोड़ रूपए की पहली किश्त 21 मई 2020 को जारी की। किसान भाईयों को चार किश्तों में कुल 5628 करोड़ रूपए दिए। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत चार किश्तों में राशि दिए जाने पर कुछ लोगों ने एतराज जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार किश्तों में राशि दिया जाना, किसान भाईयों के लिए खेती-किसानी, तीज त्यौहार, वैवाहिक कार्यक्रमों एवं अन्य जरूरतों को पूरा करने में मददगार साबित हुई है। इस योजना के तहत अब तक राज्य के 24 लाख किसान भाईयों को 16 हजार 415 करोड़ रूपए की मदद दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि इस साल हमने दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए योजना की तीसरी किश्त की राशि जो एक नवम्बर राज्योत्सव के अवसर पर जारी की जाती थी, उसे 17 अक्टूबर को ही किसान भाईयों के बैंक खाते में डाल दिया था, ताकि 24 अक्टूबर को दीपावली का त्यौहार वह अच्छे से मना सके। उन्होंने कहा कि चौथी और आखरी किश्त 31 मार्च को किसानों को जारी कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि गोधन न्याय योजना के जरिए यह साबित हो चुका है कि गोबर बेचकर भी पैसा कमाया जा सकता है। अब गौमूत्र की भी खरीदी की जा रही है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य में शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए बजट में वृद्धि करने के साथ ही अंग्रेजी माध्यम में निःशुल्क शिक्षा के लिए स्कूल प्रारंभ किए हैं। आज राज्य में 279 स्कूल संचालित है। जिनके माध्यम से गरीब परिवार के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल रही है। गांव के बच्चे भी अब फर्राटे से अंग्रेजी में बातचीत करने लगे हैं। हमने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को संरक्षित करने के साथ ही बढ़ावा देने का काम किया है। तीज त्यौहारों पर अवकाश, आदिवासी संस्कृति के संरक्षण के लिए देवगुड़ी के विकास का काम कर रहे हैं। राम वन गमन पर्यटन परिपथ का विकास कर रहे हैं। लोगों की आस्था और श्रद्धा को देखते हुए चंदखुरी, शिवरीनारायण एवं राजिम में विकास के कामों के साथ-साथ भगवान राम की भव्य प्रतिमा स्थापित की है। कर्जमाफी से ऋण की जमा राशि मिली वापस बेलरगांव में भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को सलोनी गांव के कृषक झंकेश्वर साहू ने बताया कि किसानों की ऋण माफी से उनका 4 लाख 80 हजार रूपए का ऋण माफ हुआ है। कृषक झंकेश्वर साहू ने बताया कि उसने कृषि ऋण की यह राशि धान बेचकर जमा कर दी थी। ऋण माफी की घोषणा के बाद बैंक ने कर्ज के एवज जमा की गई पूरी राशि 4.80 लाख रूपए उनके खाते में लौटा दी। कृषि ऋण माफी और राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से मिल रही मदद के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि इससे राज्य के किसानों की आर्थिक स्थिति अच्छी हुई है। कृषक झंकेश्वर साहू के पास 40 एकड़ कृषि भूमि है। अब वह धान के अलावा गन्ने की खेती करने लगे हैं। खेती-किसानी के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से मिल रही मदद के चलते उन्होंने दो ट्रेक्टर भी खरीद लिया है। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से उन्हें प्रत्येक किश्त में लगभग 1 लाख 20 हजार रूपए मिल रहे हैं। जिसके चलते वह अपने बच्चे को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए उन्हें भिलाई और धमतरी में पढ़ा रहे है। मुख्यमंत्री ने कृषक झंकेश्वर साहू से मजाकिया लहजे में पूछा कि बहू के लिए क्या खरीदे, तो श्री झंकेश्वर साहू ने मुस्कुराते हुए बताया कि अपनी पत्नी के लिए सोने का बड़ा सा रानी हार खरीदा है। बेटी की पढ़ाई के लिए मोबाईल और पत्नी के लिए सोने का टॉप्स बेलरगांव में भेंट-मुलाकात के दौरान ग्रामीण प्रवीण कुमार ने बताया कि गोधन न्याय योजना के तहत गोबर बेचने से रोजमर्रा की जरूरतों के साथ-साथ अब सपने भी पूरे होने लगे हैं। प्रवीण कुमार ने मुख्यमंत्री को बताया कि उसने 430 क्विंटल गोबर बेचकर 86 हजार रूपए कमाए, जिससे अपनी बेटी के पढ़ाई के लिए 10 हजार रूपए का मोबाईल और पत्नी के लिए 17 हजार रूपए सोने का टॉप्स खरीदा। प्रवीण के कहा कि मुख्यमंत्री जी हमने घुरूवा के दिन बहुरने की कहावत सुनी थी, अब गोधन न्याय योजना से हमारे दिन भी बहुरने लगे हैं। किसान सुरेश साहू ने कहा कि वह 18 पशु पाले हैं। अब तक एक लाख 60 हजार रूपए का गोबर बेच चुके हैं, जिससे अपने चार एकड़ खेत में ड्रिप इरिगेशन सिस्टम लगाया है और सब्जी की खेती कर बेहतर लाभ अर्जित करने लगे हैं। गोधन न्याय योजना ने गोबर से पैसा कमाया जा सकता है। यह साबित कर दिया है। पेड़ लगाने और उसकी रक्षा करने का इनाम मिला मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बेलरगांव में भेंट‘-मुलाकात के दौरान कृषक चुन्नीलाल साहू को पेड़ लगाने और उसकी रक्षा करने का इनाम दिया और उन्हें इसके लिए बधाई दी। मुख्यमंत्री को जब चुन्नीलाल साहू ने बताया कि उसने 52 हजार रूपए खर्च करके पेड़ लगाए हैं और उसे सुरक्षित भी रखा है, तो मुख्यमंत्री श्री बघेल ने चुन्नीलाल साहू के प्रयासों की सराहना की और उन्हें एक लाख रूपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की। भूमिहीन कृषक पुन्नू लाल साहू ने बताया कि उसे सहायता के रूप में तीन किश्तें मिल चुकी है। मुफ्त में मिलता है 35 किलो चावल मुख्यमंत्री ने बेलरगांव में उपस्थित जनसमूह से राशन कार्ड और खाद्यान्न की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली, तो लोगों ने बताया कि उन्हें राशन कार्ड मिला है और हर महीने चावल, नमक और शक्कर मिल रही है। बेलरगांव की कविता यादव ने बताया कि उसके चार सदस्यीय परिवार के लिए प्रति माह 35 किलो चावल और दो पैकेट नमक मुफ्त में मिलता है। एक किलो शक्कर 17 रूपए किलो की दर से तथा दो किलो चना, पांच रूपए किलो की दर से मिल रहा है। मुख्यमंत्री को जुग-जुग जीने का शुभाशीष गोबर से वर्मी कम्पोस्ट बनाकर उसने लाभ कमाने वाली ग्रामीण महिला दुर्गेश नंदनी ने बेलरगांव में भेंट-मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने 200 बोरी वर्मी कम्पोस्ट का विक्रय किया है। दुर्गेश नंदनी ने इस मौके पर हजारों की संख्या में उपस्थित जनसमूह के समक्ष गीत के माध्यम से महिलाओं के स्वावलंबन के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रयासों, गोधन न्याय योजना की महिमा का बखान और अपने मुख्यमंत्री भूपेश कका को जुग-जुग जीने की मंगल कामना की। इस मौके पर अमरौतीन बाई नागवंशी ने छत्तीसगढ़ सरकार की जनहितैषी नीतियों के चलते लोगों के जीवन में आए बदलाव के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि वर्मी कम्पोस्ट बनानेे के साथ अब उनका समूह सूकर और मुर्गी पालन कर रहे हैं। स्वच्छता दीदीयों ने भी इस मौके पर उनके मानदेय में एक हजार रूपए की बढ़ोत्तरी दिए जाने के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार जताया। भूपेश बघेल के योजना का लाभ उठाया भूपेश बघेल ने बेलरगांव में भेंट-मुलाकात के दौरान ग्रामीण संतोष कुमार बघेल ने मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत अपने बेटे का इलाज होने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री के पूछने पर उन्होंने बताया कि उनके बेटे का नाम भूपेश बघेल है। यह सुनकर उपस्थित जनसमूह आह्लादित हो उठा। मुख्यमंत्री ने हंसते हुए कहा कि भूपेश बघेल की योजना का लाभ भूपेश बघेल ने उठाया है। हितग्राहियों को सामग्री व सहायता राशि के चेक का वितरण मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बेलरगांव में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना, छत्तीसगढ़ महिला कोष, सक्षम योजना, अंतरजातीय विवाह प्रोत्साहन योजना, उद्यानिकी, कृषि, श्रम, मत्स्य पालन एवं समाज कल्याण विभाग की योजनाओं के हितग्राहियों को सहायता राशि का चेक एवं सामग्री वितरित की।


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