रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में शराब को लेकर सत्ता पक्ष के विधायकों ने ही सरकार को घेर दिया। सत्ता पक्ष के विधायक गुलाब कमरो ने मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में आबकारी विभाग से पंजीकृत क्लब के विरुद्ध प्राप्त शिकायत के संबंध में जानकारी मांगी। विधायक ने पूछा- कितने क्लब क्षेत्र में संचालित हैं और संचालक के विरुद्ध आई शिकायतों पर किस प्रकार से कार्रवाई हुई है? क्लब के खिलाफ 3 शिकायतें मंत्री कवासी लखमा ने अपने जवाब में बताया कि, जिला मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में एक क्लब संचालित है। उस क्लब के विरुद्ध 3 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। शिकायतों की जांच किए जाने पर 2 शिकायतों की पुष्टि नहीं हुई है, एक शिकायत सही है। लाइसेंस निरस्त करने की मांग विधायक गुलाब कमरों ने कार्रवाई की मांग करते हुए पूछा कि, क्लब का लाइसेंस निरस्त करेंगे क्या ? लोग क्लब से मदिरा लेकर कलेक्टर कार्यालय में जाकर बैठ रहे हैं। इस पर मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि कोई आपसी लड़ाई हुई होगी। एक माह के भीतर जांच कराई जाएगी। खपाई जा रही एमपी की शराब विधायक डॉ. विनय जयसवाल ने कहा कि, मध्य प्रदेश के बॉर्डर से छत्तीसगढ़ में शराब लाई जा रही है। कई अवैध ढाबे और होटल में इन शराब की बिक्री की जा रही है। मध्यप्रदेश कीअवैध शराब छत्तीसगढ़ में खपाई जा रही है, इस पर कार्रवाई हो। आसंदी ने मंत्री को दिए निर्देश इस पर आसंदी ने अपनी टिप्पणी देते हुए कहा कि, शराब का विषय गंभीर है, जांच कराएं मंत्री जी। मंत्री कवासी लखमा ने जवाब दिया कि, क्लब के मामले में माह के भीतर कार्रवाई करके जानकारी दी जाएगी। आपके आदेश के साथ अवैध शराब बिक्री वाले ढाबा होटल पर भी जांच कराकर कार्रवाई करेंगे।