March 29, 2025


बाबा भोरमदेव के दरबार मे हर मनोकामना होती है पूरी : उपमुख्यमंत्री शर्मा

भोरमदेव महोत्सव 2025: दो दिवसीय भोरमदेव महोत्सव का गरिमापूर्ण समापन में छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति और भक्ति का अद्भुत संगम

रायपुर : कबीरधाम जिले में आयोजित भोरमदेव महोत्सव 2025 के अंतिम दिवस की संध्या, छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोकसंस्कृति और भक्ति भावना के रंग में सराबोर रही। लोक-परंपरागत गीतों, जसगीत और छॉलीवुड की सुपरहिट फिल्मों के गानों ने माहौल को संगीतमय बना दिया। महोत्सव के दूसरे दिन आयोजित भव्य सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने दीप प्रज्वलन के साथ विधिवत रूप से किया। यह महोत्सव छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, पुरातात्विक, धार्मिक और पर्यटन स्थलों में विशेष स्थान रखने वाले बाबा भोरमदेव मंदिर की गरिमा को और अधिक बढ़ाने वाला आयोजन रहा, जो इस वर्ष अपनी 29वीं वर्षगांठ पर विशेष रूप से उल्लासमय रहा।  महोत्सव समापन से पूर्व बाबा भोरमदेव मंदिर के शिव जी का विधिवत प्रातः काल महाअभिषेक, एक हजार नामों से सहस्त्रार्चन, रूद्राभिषेक, विशेष श्रृंगार आरती की गई। दूसरे पहर शायं काल में सहस्त्रधारा से महाभिषेक, श्रृंगार महाआरती-भस्म आरती, शिव सरोवर के सामने भगवान वरूण देव का पूजन, दीपदान, गंगा आरती की गई। 

उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि ऐतिहासिक, धार्मिक,पुरातत्व, एवं जन आस्था के केंद्र बाबा भोरमदेव मंदिर की महिमा आदि अनन्त काल से सब पर कृपा बरस रही है। बाबा भोरमदेव मंदिर अध्यात्म केंद्र है, यहां जो भी श्रद्धालु, भक्त एवं पर्यटन सच्चे मन से मनोकामना करते है, उन सभी की मनोकामना अवश्य पूरी होती है। हर वर्ष चैत कृष्ण के तेरस के दिन युगों-युगों से मेला, उत्सव होते आया है, अब यह उत्सव एक महोत्सव का रूप ले लिया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार भोरमदेव मंदिर और उसके आसपास के ऐतिहासिक स्थलों के समग्र विकास के लिए कार्य कर रही है। बाबा भोरमदेव के आशीर्वाद से यह क्षेत्र तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत 146 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है, जिससे इस क्षेत्र के ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित और संवर्धित किया जाएगा। इस योजना के तहत प्रदान की गई यह दूसरी सबसे बड़ी राशि है, जो भोरमदेव के लिए प्राप्त हुई है।

इस योजना के अंतर्गत भोरमदेव मंदिर, रामचुआ, मड़वा महल, छेरकी महल और सरोधा जैसे ऐतिहासिक स्थलों के विकास के लिए व्यापक कार्य किए जाएंगे। मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष शेड बनाए जाएंगे, जिसमें पेयजल, स्वच्छता, विश्राम और बैठने की उत्तम व्यवस्था होगी। इसके अलावा, मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण, संरचनात्मक सुधार, परिक्रमा मार्ग का विकास और पैदल पथों का निर्माण किया जाएगा। मंदिर तालाब की सफाई एवं सौंदर्यीकरण कर इसे एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। भोरमदेव क्षेत्र को राष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन के केंद्र के रूप में स्थापित करने की योजना के तहत हेलीपेड का निर्माण किया जाएगा। सरोधा में वॉटर स्पोर्ट्स सुविधाएं विकसित की जाएंगी। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि केवल भोरमदेव ही नहीं, बल्कि कवर्धा स्थित प्राचीन बुढ़ा महादेव मंदिर परिसर को भी विकसित करने की योजना पर कार्य किया जा रहा है। इसके साथ ही पचराही क्षेत्र के विकास के लिए भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने चैत्र नवरात्रि एवं भारतीय नववर्ष की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि यह योजना पूर्ण होने के बाद भोरमदेव क्षेत्र न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से सशक्त होगा, बल्कि यह छत्तीसगढ़ का प्रमुख पर्यटन हब बनकर उभरेगा।

इस अवसर पर विशेष रूप से पधारे श्री राजीव लोचन जी महाराज, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री बिसेसर पटेल, धरसीवां विधायक श्री अनुज शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री ईश्वरी साहू, श्री राजेन्द्र चंद्रवंशी, पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, श्री मोतीराम चंद्रवंशी, पूर्व विधायक श्री अशोक साहू, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री कैलाश चंद्रवंशी, बोड़ला जनपद अध्यक्ष श्रीमती बालका रामकिंकर वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष श्री चंद्रप्रकाश चंद्रवंशी, बोड़ला नगर पंचायत अध्यक्ष श्री विजय पाटिल, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती गंगा लोकचंद साहू, जनपद सदस्य श्री नेमीचंद पटेल, ग्राम पंचायत चौरा के सरपंच श्रीमती दुर्गा लांझे उपस्थित थे।


Related Post

Archives

Advertisement











Trending News

Archives