रायपुर: इलेक्टोरल बॉन्ड्स और चुनावी चंदे को लेकर
देशभर में सियासत अपने पूरे उफान पर हैं। कांग्रेस ,और भाजपा
इस मुद्दे पर आमने-सामने आ गई हैं। दोनों दल के नेता एक दूसरे पर गंभीर आरोप भी
लगा रहे हैं। इस सूची में भाजपा सबसे शीर्ष पर हैं लिहाजा कांग्रेस के नेताओं ने
बीजेपी और केंद्र सरकार के खिलाफ चौतरफा हमला बोल दिया हैं।
चुनावी चंदा जुटाने
के आरोपों के साथ छत्तीसगढ़ के पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने भी केंद्र की
सरकार पर हमलावर होते हुए भाजपा पर माफिया की तरह काम करने का गंभीर आरोप लगाया
हैं। उन्होंने दावा किया हैं कि डरा-धमकाकर चंदे वसूले जाते हैं।
अपने आधिकारिक एक्स
अकाउंट अपर टीएस सिंहदेव ने लिखा “इलेक्टोरल बॉन्ड के डाटा से यह साफ हो गया है कि भाजपा एक माफिया की तरह
काम करती है। अमीर कम्पनियों को ईडी आईटी द्वारा डराया जाता है और फिर उनसे चंदे
के नाम पर हजारों करोड़ वसूले जाते हैं। जो कम्पनियां भाजपा को चंदा दे देती हैं,
उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई नहीं होती।”
दिग्गज कांग्रेस नेता सिंहदेव ने आगे लिखा कि “कुछ कंपनियां
ऐसे भी हैं जो अपना काम निकलवाने के लिए ‘भाई’ को चंदा देती रही हैं और माफिया रूपी भाजपा सरकार ने उन कम्पनियों को
अरबों रुपए के कांट्रेक्ट दिए।”
गौरतलब हैं कि
सुप्रीम कोर्ट की नाराजगी के बाद एसबीआई ने दो अलग अलग दस्तावेज के तौर पर
इलेक्टोरल बॉन्ड्स की जानकारी कोर्ट को सौंप दी थी। इस पूरे मामले को लेकर भाजपा-कांग्रेस समेत
सियासी दलों के भीतर जमकर सियासत मची हुई हैं। कांग्रेस लगातार केंद्र की मोदी
सरकार समेत पूरे भाजपा पर हमलावर हैं। हालाँकि चुनावी चन्दा लेने वालो में
कांग्रेस भी पीछे नहीं हैं। क्षेत्रीय पार्टियों में सबसे ज्यादा बॉन्ड को कैश
कराने में पश्चिम बंगाल की पार्टी टीएमसी आगे हैं। उन्होंने इस मामले में कांग्रेस
को भी पछाड़ दिया हैं। सामने चुनाव होने की वजह से कांग्रेस इस पूरे मुद्दे को
भुनाने में जुटी हुई हैं।