रायपुर | मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने देश एवं प्रदेश के भावी विकास एवं कल्याणकारी नीतियां एवं योजनाएं बनाने में जनगणना के महत्व तथा गरीबों के हितों के मद्देनजर देश में शीघ्र जनगणना कराए जाने की मांग की है। उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर जनगणना कार्यक्रम के लिए शीघ्र तिथियों का निर्धारण करने के लिए संबंधितों को निर्देशित करने का आग्रह किया है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा है कि देश में विगत 150 वर्षों से प्रति 10 वर्षों में जनगणना कार्य संपादित किया जा रहा है। जनगणना के माध्यम से देश में विगत दस वर्षों में सामाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में हुए परिवर्तनों संबंधी आँकड़ों का संकलन किया जाता है, जिसके आधार पर देश एवं प्रदेशों की भावी विकास एवं कल्याणकारी नीतियाँ एवं योजनाएं बनाने में सहायता मिलती है। वर्ष 2011 में पहली बार जनगणना के साथ ही सामाजिक, आर्थिक, जातिगत सर्वेक्षण भी किया गया था। इस सर्वेक्षण के आधार पर ही पात्र हितग्राहियों को सभी हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ दिया जा रहा था। मुख्यतः उक्त सर्वेक्षण 10 वर्षों की अवधि के लिए ही प्रभावशील था। विगत 12 वर्षों में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन एवं सामाजिक आर्थिक परिवर्तनों को दृष्टिगत रखते हुए एस.ई.सी.सी. सर्वे 2011 के आँकड़े वर्तमान संदर्भों में उपयुक्त एवं प्रासंगिक नहीं रह गए हैं। अतएव उचित होगा कि जनगणना के साथ ही वचित एवं पात्र हितग्राहियों की अद्यतन जानकारी प्राप्त करने हेतु नवीन सर्वे शीघ्र अतिशीघ्र आरंभ किया जाए। सर्वे में यह भी अवश्य देखा जाए कि विगत दस वर्षों में वंचित हितग्राहियों को योजनाओं से वास्तव में कितना लाभ प्राप्त हुआ है। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने जनगणना के महत्व तथा गरीबों के हितों को दृष्टिगत रखते हुए जनगणना कार्यक्रम हेतु शीघ्र ही तिथियों के निर्धारण हेतु संबंधितों को निर्देशित करने का आग्रह किया है।