रायपुर। भारतीय जनता पार्टी भेजरीपदर की हिंसा का मुद्दा ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिये उठाएगी। भेजरीपदर पहुंची भाजपा की जांच समिति के सदस्य वरिष्ठ भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने आदिवासियों को यह भरोसा दिलाया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव द्वारा भेजरीपदर मामले की जांच हेतु गठित 06 सदस्यीय जांच समिति ने भेजरीपदर पहुंचकर घटनास्थल पर सभी बिन्दुओं पर ग्रामीणों से चर्चा की। समिति शीघ्र ही अपना प्रतिवेदन भाजपा प्रदेश इकाई को सौंपेगी। प्रदेश भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री श्री कंवर ने ग्रामीणों से चर्चा के दौरान प्रदेश की कांग्रेस सरकार को आदिवासियों की सुरक्षा के मोर्चे पर विफल बताया और कहा कि अपने राजनीतिक संरक्षण में धर्मांतरण का घातक एजेंडा चला रही प्रदेश की बघेल सरकार पहले नारायणपुर और अब भेजरीपदर, दो-दो जगह बुरी तरह विफल हुई है। श्री कंवर ने कहा कि धर्मांतरण कराने वाले और धर्मांतरित लोगों द्वारा मूल आदिवासियों के साथ-साथ पुलिस पर भी हमला बोलकर हिंसा का तांडव मचाया गया, लेकिन शासन-प्रशासन अब भी खामोशी ओढ़े बैठा है। घटनाक्रम से जुड़े तमाम बिन्दुओं का तथ्यपरक विश्लेषण करने पहुंची समिति के समक्ष भारी संख्या में आदिवासियों ने घटना का ब्यौरा देते हुए बताया कि धर्मांतरण कराने और करने वालों ने हिंसा की और पुलिस पर हमला किया। घटना स्थल पर समिति के समक्ष हमले में बुरी तरह जख्मी आदिवासी भी उपस्थित थे। श्री कंवर ने आश्चर्य व्यक्त किया कि हिंसा के इस तांडव के बावजूद शासन-प्रशासन के स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पूर्व मंत्री श्री कवंर ने पीड़ित मूल आदिवासियों को भरोसा दिलाया कि वे इस मामले को विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिये उठाकर पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबध्द हैं। श्री कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार आदिवासियों को न्याय नहीं देगी, लेकिन भाजपा इन पीड़ित मूल आदिवासियों को न्याय दिलाएगी। अब मूल आदिवासियों को किसी तरह के दबाव से मुक्त होकर एकजुटता के साथ खड़े रहना है। भाजपा द्वारा गठित इस जांच समिति में श्री कंवर के अलावा पूर्व सांसद व अअजा मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कश्यप, पूर्व प्रदेश महामंत्री किरण देव, पूर्व विधायक द्वय बैदूराम कश्यप व राजाराम तोड़ेम तथा प्रदेश कार्य समिति विशेष आमंत्रित सदस्य शिवनारायण पांडेय सम्मिलित थे।