रायपुर। भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं सांसद संगम लाल गुप्ता के प्रेस वार्ता पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के आदिवासी वर्ग को 32 प्रतिशत ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत एससी वर्ग को 13 प्रतिशत ईडब्ल्यूएस वालों को 4 प्रतिशत आरक्षण देने के लिए विधानसभा के विशेष सत्र में 76 प्रतिशत आरक्षण बिल को पास की हैं उस आरक्षण बिल को राजभवन में हस्ताक्षर होने के लिए भेजें आज 40 दिन से अधिक हो गया है आज भी भाजपा के नेता राजभवन पर दबाव बनाकर उस संशोधित आरक्षण बिल में हस्ताक्षर होने से रोक रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता किस मुंह से ओबीसी वर्ग की हितैषी होने की बात कह रहे हैं 15 साल के भाजपा शासनकाल के दौरान ओबीसी वर्ग,एसी एसटी वर्ग से भाजपा ने मुख्यमंत्री क्यो नहीं बनाया? ओबीसी वर्ग की अधिकार को दबा कर रखा आज भाजपा की सत्ता चली गई तब भाजपा को ओबीसी, एसटी, एससी वर्ग की चिंता हो रही है यह सब राजनीतिक चिंता है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता को असल मायने में ओबीसी वर्ग की चिंता नहीं है बल्कि उन्हें भाजपा की खिसकती जनाधार और विलुप्त होती राजनीति की चिंता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने विधानसभा में विशेष सत्र बुलाकर जनसंख्या के आधार पर प्रदेश की76 प्रतिशत आरक्षण बिल पारित कराकर ओबीसी वर्ग को 27 प्रतिशत आरक्षण का अधिकार दिया है जिस आरक्षण विधेयक बिल पर राजभवन में सिर्फ भाजपा की आरक्षण विरोधी चरित्र के चलते 41 दिनों से हस्ताक्षर नही हुआ है । प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता को बताना चाहिए कि किस भाजपा शासित राज्य में ओबीसी वर्ग को छत्तीसगढ़ की तरह ही 27 प्रतिशत आरक्षण मिला है?छत्तीसगढ़ विधानसभा में जो 76 प्रतिशत आरक्षण विधेयक को लोकसभव की नौवीं अनुसूची में शामिल कराने संकल्प पारित किया गया है उस संकल्प को भी केंद्र सरकार के पास भेजा गया है क्या संगम लाल गुप्ता एवं भाजपा के 9 सांसद उस संकल्प को नौवीं अनुसूची में शामिल कराकर ओबीसी वर्ग को दिए जा रहे 27 प्रतिशत आरक्षण को मजबूती प्रदान करेंगे। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता को ओबीसी वर्ग की हित और अहित पर बयानबाजी करने के पहले पूर्व के रमन सरकार के 15 साल के शासनकाल का अध्ययन करना था उस दौरान प्रदेश के ओबीसी वर्ग को मात्र 14 प्रतिशतआरक्षण दिया गया था।संगम लाल गुप्ता यदि ओबीसी वर्ग के हिमायती हैं तो पहले उन्हें राजभवन जाकर राज्यपाल महोदय से उस आरक्षण बिल पर हस्ताक्षर करने की मांग करना था।लेकिन संगम लाल गुप्ता को प्रदेश में ओबीसी की हित की बात नही करनी है बल्कि भाजपा की आरक्षण विरोधी चरित्र और ओबीसी विरोधी मानसिकता पर पर्दा करना है।