रायपुर| मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज दुर्ग जिले के ग्राम पतोरा (उतई) में हनुमान मंदिर वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उन्होंने भगवान हनुमान को शक्ति, भक्ति और ज्ञान तीनों को समावेशित करने वाला बताया। मुख्यमंत्री ने कहा ज्ञान की प्राप्ति कर क्रोध का त्याग किया जा सकता है। भगवान हनुमान भी ज्ञान और भक्ति का अद्भुत स्वरूप थे। उनके ज्ञान ने उन्हें क्रोध करना नहीं सिखाया और भक्ति ने दिशा दिखाई। हनुमान चालीसा का पाठ करने पर आज भी आप ज्ञान का संचार अपने भीतर कर सकते हैं। हम सभी जानते हैं कि छत्तीसगढ़ में भगवान राम भांचा माना जाता है। छत्तीसगढ़ के लोगों ने भगवान राम को अपने हृदय में स्थान दिया है इसलिए जहां भगवान राम है वहां भगवान हनुमान तो विराजमान होंगे हीं। छत्तीसगढ़ में हर कोई राम-राम द्वारा अभिवादन करता है। यही कारण है कि यहां अहिंसा और शांति का वास है। भगवान राम और हनुमान के आशीर्वाद से छत्तीसगढ़ में खुशहाली का वास हमेशा स्थापित रहेगा। इस अवसर पर भगवान हनुमान की विशेष पूजा अर्चना की गई और महाराज तोरण शर्मा द्वारा राम चरित मानस का सुंदर पाठ किया गया । पूजन के पश्चात उपस्थित जनों को प्रसाद का वितरण किया गया और वार्षिक उत्सव के अवसर पर स्थानीय संकीर्तन मंडली द्वारा भजन कीर्तन भी किया गया। सार्वजनिक श्री हनुमान मंदिर वार्षिकोत्सव में छत्तीसगढ़ लोककला मंच चंदैनी गोंदा द्वारा सुंदर प्रस्तुति भी दी गई।