रायपुर : मुख्यमंत्री
श्री विष्णुदेव साय ने आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर जगदलपुर के लालबाग में आयोजित
मुख्य समारोह में ध्वजारोहण कर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी। इस अवसर पर पुलिस, केंदीय अर्धसैनिक बल, नगर
सेना, एनसीसी आदि की 14 टुकड़ियों के
द्वारा सलामी दी गई। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई और
शुभकामनाएं दी। उन्होंने हर्ष और उल्लास के प्रतीक रंगीन गुब्बारे आसमान में छोड़े
और प्रदेश के निरंतर विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यो, नीतियों, योजनाओं पर केन्द्रित जनता के नाम संदेश का
वाचन किया। बस्तर जिले में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम में
स्कूली बच्चों के द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई और
विभिन्न विभागों द्वारा योजनाओं से संबंधित झांकियों का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के उत्कृष्ट अधिकारी-कर्मचारियों को पुरस्कृत किया
गया। साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुति, उत्कृष्ट परेड और झाँकी के विजेताओं को पुरस्कृत किए। जिसमें झांकी में
आदिवासी विकास विभाग को पहला, पुलिस विभाग को दुसरा, जिला पंचायत और नगर निगम को संयुक्त रूप से तीसरा पुरस्कार प्रदान किया
गया। मार्च पास्ट के लिए शस्त्र सहित दलों में जिला पुलिस बल पुरूष को प्रथम
सीआरपीएफ 80वीं बटालियन को दूसरों तथा सीआरपीएफ 241वीं बटालियन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। शस्त्र रहित दल में एनसीसी
स्वामी आत्मानंद स्कूल धरमपुरा को पहला, एनसीसी जूनियर जगतु
माहरा हायर सेकेण्डरी स्कूल को दूसरा तथा एनसीसी जूनियर कन्या शाला क्रमांक-02
को तीसरा स्थान हासिल हुआ।
मुख्यमंत्री श्री
साय ने इस अवसर पर शहीद जवानों के परिजनों से मुलाकात की।कार्यक्रम में चित्रकोट
विधायक श्री विनायक गोयल, पूर्व सांसद श्री दिनेश कश्यप, पूर्व विधायक श्री
संतोष बाफना, पूर्व विधायक श्री सुभाऊ कश्यप, पूर्व विधायक श्री लच्छुराम कश्यप, पूर्व विधायक
श्री राजाराम तोड़ेम सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधी, कमिश्नर
श्री श्याम धावड़े, पुलिस महानिरीक्षक श्री पी. सुन्दरराज,
सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी, कलेक्टर श्री
विजय दयाराम के., वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री शशि मोहन सिंह,
जिला एवं सत्र न्यायालय के न्यायाधीशगण, जिला
पंचायत के मुख्य कार्यपालन जगदलपुर अधिकारी श्री प्रकाश सर्वे सहित बड़ी संख्या में
गणमान्य नागरिकगण और अधिकारी-कर्मचारी, स्कूली
छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।