रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य नवाचार आयोग के अध्यक्ष विवेक ढांड ने अपने पद से इस्तीफा
दे दिया है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने 3 फरवरी 2023
को आयोग का गठन करने के साथ बतौर अध्यक्ष ढांड की नियुक्ति की थी।
सरकार बदलने के बाद निगम मंडलों और आयोगों में नियुक्त अफसरों और नेताओं के
इस्तीफे का दौर चल रहा है। श्री ढांड के इस्तीफे को भी इसी कड़ी से जोड़कर देखा जा
रहा है।
2017 में रिटायर हो चुके
ढांड इससे पहले रेरा के चेयरमैन रहे। वहां से रिटायरमेंट के बाद उन्हें आयोग की
कुर्सी दी गई थी। माना जा रहा है कि, कांग्रेस सरकार से
संबंध बेहतर होने की वजह से उन्हें पद दिए जाते रहे। कांग्रेस सरकार ने प्रशासनिक
नवाचारों, जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के
लिए समय-समय पर राज्य सरकार को सुझाव देने के उद्देश्य से ‘छत्तीसगढ़
राज्य नवाचार आयोग‘ का गठन किया था।
ढांड ने क्यों दिया इस्तीफा
भाजपा सरकार रहते हुए ढांड अहम
विभागों के सचिव और मुख्य सचिव बने थे, वे
पहले भाजपा सरकार के वक्त मुख्यमंत्री के सचिव के रूप में काम कर चुके थे। हालांकि,
मुख्यमंत्री की नाराजगी के चलते सचिव पद से हटना पड़ा था, लेकिन इस बीच उन्होंने गिले-शिकवे दूर किए और प्रदेश के मुख्य सचिव बने।
मगर कांग्रेस सरकार आने के बाद प्रमुख पदों पर ढांड को रिटायरमेंट के बाद संविदा
नियुक्तियां मिलती रहीं। अब माना जाने लगा है कि कांग्रेस के अधिक करीब होने की
वजह से सरकार बदलने पर उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है।
लंबे समय तक मुख्य सचिव
रहने का रिकार्ड
उल्लेखनीय है कि,
विवेक ढांड सबसे लंबे समय तक मुख्य सचिव रहे हैं। यह उनके नाम पर
रिकॉर्ड भी है। उनसे पहले 1977 बैच के पी जॉय उम्मेन
सर्वाधिक समय तक मुख्य सचिव रहे हैं। 1981 बैच के छत्तीसगढ़
के मूल निवासी ढांड 1 मार्च 2014 को
मुख्य सचिव बने थे। वो प्रशासन के सबसे ऊंचे पद पर बैठने के मामले में 3 साल 7 महीने 25 दिनों तक
रिकॉर्ड कायम कर गए, जबकि उम्मेन 3 साल
7 महीने ही सीएस रहे थे।