टीकमगढ़। लस्टीनेस
जनहित क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी चिटफंड के पांच आरोपितों को पुलिस ने पकड़ा है।
पुलिस अधीक्षक रोहित काशवानी ने मामले का खुलासा करते हुए पुलिस कंट्रोल रूम में
पत्रकारों को यह जानकारी दी। दरअसल, लस्टीनेस जनहित क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी ने दोगुनी रकम करने का लालच
देकर जिले में लोगों से रुपये जमा कराए और करोड़ों रुपये लेकर कार्यालय बंद कर
सोसाइटी से जुड़े लोग गायब हो गए थे।
पुलिस के अनुसार
पलेरा के साथ ही सिटी कोतवाली में चार मामले दर्ज हुए और करीब एक करोड़ रुपये की
ठगी के मामले दर्ज हो चुके थे, जबकि कई आवेदन पुलिस तक पहुंच चुके हैं। अब पुलिस ने जिला स्तर पर सोसाइटी
से जुड़े हुए लोगों काे तो गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन
सोसाइटी के मुख्य कर्ताधर्ता की तलाश में अब भी पुलिस लगी हुई है।
एसपी रोहित काशवानी ने बताया कि मामला दर्ज करने के
बाद पुलिस ने जिला स्तर पर एक एसआईटी का गठन किया था, जिसमें एसडीओपी जतारा अभिषेक गौतम, एसडीओपी टीकमगढ़
राहुल कटरे, टीआई आनंद राज के साथ ही अन्य पुलिस अधिकारी
शामिल थे।
इन्होंने करीब 76 लाख रुपये
सोसाइटी के साथ आरोपितों के खातों में होने पर सीज कराए गए, जबकि
3.29 करोड़ रुपये चल-अचल संपत्ति को सीज किया गया है। यह
संपत्ति आरोपितों द्वारा लोगों के पैसों से खरीदी गई। इस प्रकार कुल 4.15 करोड़ रुपये की संपत्ति सीज की गई। उन्होंने बताया कि आरोपितों में अजय
तिवारी, सुबोध रावत, जियालाल राय,
विजय कुमार शुक्ला, राहुल यादव को गिरफ्तार कर
न्यायालय में पेश किया गया, जहां से आरोपितों को जेल भेजने
की कार्रवाई की गई है।