रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह दुर्भाग्यजनक है अपने मूल चरित्र के अनुसार भाजपा एक बार फिर से प्रदेश में सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने में लगी है। कांग्रेस पार्टी प्रदेश की जनता से अपील करती है कि वह भाजपा के बहकावे में न आये प्रदेश की शांति व्यवस्था भाईचारे की पंरपरा को बनाये रखें। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि छत्तीसगढ़ बंद के दौरान आरएसएस भाजपा और उनसे जुड़े संगठनों का आतंकी चरित्र प्रदेश की जनता ने देखा। यात्री बसो में तोड़फोड़ पथराव किया। ठेला और छोटी-छोटी गुमटी चलाकर अपना और अपने परिवार की भरण पोषण करने वाले गरीबो के ठेलो को भाजपाईयो ने तोड़ा, सब्जियों को पैरो से रौंदा, चाय वाले की भट्ठी में पानी डालकर उसके शक्कर, चायपत्ती को लूट ले गये, एक गरीब होटल वाले की आधी बनी सामाग्री आलू आदि को भी बंद करने निकले भाजपाई लूट कर ले गये। यह भाजपा का असली चरित्र है। हिन्दू के नाम पर दंगा फैलाने को कोशिश में लगे भाजपाईयों ने गरीब हिन्दूओं को प्रताड़ित किया। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा पूरे प्रदेश का माहौल खराब कराना चाहती। एक गांव में घटित घटना के आधार पर पूरे प्रदेश में बंद का आह्वान किया जाना इस बात का प्रमाण है। भाजपा और आरएसएस लाश पर राजनीति करने के घृणित प्रयास में लगी है। भाजपा के नेता पूरे घटना पर बेहद आपत्तिजनक और स्तरहीन बयान बाजी कर रहे है। कांग्रेस सरकार की मंशा स्पष्ट है प्रदेश में कानून हाथ में लेने की कोई भी कोशिश बर्दास्त नहीं किया जायेगा। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा धूर्तता पूर्वक झूठ आरोप लगा रही है कि कांग्रेस मुस्लिम तुष्टीकरण कर रही है। छत्तीसगढ़ में मुस्लिमों की आबादी बमुश्किल से 2 प्रतिशत है। दो तिहाई बहुमत से चुनी सरकार 2 प्रतिशत की तुष्टीकरण के लिये 98 प्रतिशत की नाराजगी लेगी यह धूर्तता पूर्वक आरोप भाजपा की स्तरहीनता की पराकाष्ठा है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा के अधिकृत ट्यूटर हैंडल में डाले गये पोस्ट बेहद आपत्तिजनक और जानबूझकर हालात को बिगाड़ने का स्पष्ट प्रयास लग रहा है। भाजपा के किसी भी बड़े नेता ने शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की औपचारिकता भी नहीं निभाई। भाजपा चाहती है प्रदेश के सांप्रदायिकता की आग भड़के और वह उसके आधार पर बहुसंख्यको का ध्रुवीकरण कर सके।