विधानसभा : भाजपा के भीमा मंडावी की मौत पर विपक्ष का स्थगन, बृजमोहन ने कहा “सुरक्षा देने में हुई लापरवाही
०० गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा, प्रर्याप्त सुरक्षा दी गयी थी, जब भी सुरक्षा मांगी गयी उपलब्ध करायी गयी
रायपुर। भीमा मंडावी की हत्या का मुद्दा आज सदन में भी खूब गूंजा। विपक्ष के लाये स्थगन पर चर्चा करते हुए विपक्ष ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। सुरक्षा को लेकर उठाये गये विपक्ष के सवाल के जवाब में गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने सदन में इस बात की जानकारी दी कि भीमा मंडावी को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। जब भी सुरक्षा की मांग की गयी, लोकल पुलिस सुरक्षा दी गयी। घटना के दिन भी सुरक्षा मुहैय्या करायी गयी थी। भाजपा की तरफ से बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार यह बताने में नाकाम है कि बस्तर के विधायकों को क्या सुरक्षा उपलब्ध कराई जा रही है।
बृजमोहन अग्रवाल ने ये भी आरोप लगाया है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में जनप्रतिनिधियों को सुरक्षा देनें में सरकार लगातार लापरवाही कर रही है। झीरम घाटी की घटना के बाद हमारी सरकार ने पीड़ितों के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। हर तरह से पीड़ितों को सुरक्षा उपलब्ध कराई गई थी। घटना के दूसरे ही दिन यह कहा गया कि विधायक की मौत उनकी गलती से हुई है। डीआरजी का बल किस नियम के तहत हटा लिया गया। पूरे प्रदेश में अराजकता की स्थिति है।गृहमंत्री ने बताया कि भीमा मंडावी घटना के दिन बुलेटप्रूफ गाड़ी, स्काट के लिए 49 डीआरजी जवान बाइक पर सुरक्षा के लिए तैनात थे। प्रचार के बाद भीमा मंडावी ने डीआरजी और अतिरिक्त बल को वापस लौटा दिया, स्कॉट गाड़ी के साथ सुरक्षाबलों की बड़ी टीम भीमा मंडावी के साथ थी। गृहमंत्री ने कहा कि वे अचानक श्यामगिरी की ओर निकल गए, बचेली थाना प्रभारी ने ROP नहीं होने की बात कही, बावजूद उस रोड की तरफ गये जहां ब्लास्ट हो गया।भाजपा ने ट्रांसफर को लेकर भी सवाल ख़ड़े किये। उन्होंने कहा कि हर अफसर को दो- तीन माह में हटाया जा रहा है। सरकार को कोई न कोई पाॅलिसी बनाना चाहिए। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि नए अफसरों को मलाईदार विभागों में पदस्थ किया जा रहा है।