स्वास्थ्य मंत्री चन्द्राकर ने श्रवण बाधित आदित्य और मुदित को जेईई में उत्तीर्ण होने पर दी बधाई
०० मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के तहत दोनों का हुआ था कॉकलियर इंप्लांट सर्जरी
रायपुर| स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री अजय चन्द्राकर से आज यहां मंत्रालय(महानदी भवन) स्थित कार्यालय में श्रवण बाधित आदित्य बोस और मुदित देशमुख ने सौजन्य मुलाकात की। मंत्री चन्द्राकर ने श्रवण बाधित इन दोनों बच्चों को जेईई में उत्तीर्ण होने पर उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए बधाई एवं शुभकामानाएं दी। इस मौके पर दोनो बच्चें के परिजन तथा पण्डित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर के ई.एन.टी. विभागाध्यक्ष डॉ. हंषा बंजारे और विशेषज्ञ डॉ. सुनील रामनानी उपस्थित थे।
स्वास्थ्य मंत्री चन्द्राकर को परिजनों ने बताया कि आदित्य जन्म से ही श्रवण बाधित था। आदित्य सामन्य स्कूल में ही अपनी पढ़ाई-लिखाई करते हुए अपनी इस विकलांगता पर जीत हासिल की है। आदित्य प्रथम श्रेणी में बारहवीं के साथ जेईई मुख्य परीक्षा पास कर ली है। अब वे देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर सकेगा। उल्लेखनीय है कि बचपन से श्रवण बाधित आदित्य का राज्य सरकार की महती योजना मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना के तहत वर्ष 2008 में कॉकलियर इंप्लांट हुआ। कॉकलियर इंप्लांट के बाद समाज के मुख्य धारा में शामिल होने से आदित्य के लिए आज इंजीनियर बनना आसान हो गाय है। इसी प्रकार भिलाई, दुर्ग निवासी मुदित देशमुख भी जन्म से ही श्रवण बाधित थी। मुख्य मंत्री बाल श्रवण योजना के तहत वर्ष 2010 में डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय, रायपरु में कॉकलियर इंप्लांट हुआ। इसके बाद लगभग ढेड़ वर्षों तक स्पीच थेरेपी हुआ। इसके बाद मुदित नार्मल बच्चों की तरह बोल और सुन पाता है। मुदित इस वर्ष बारहवी में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की, वहीं जेईई एडवांस में 22वां रैंक हासिल करते हुए आईआईटी के लिए भी क्वालीफाई कर प्रदेश का मान बढ़ाया है।