रमन सिंह जी निकले विकास यात्रा का आडंबर रचने और किसानों की पीड़ा को कोई सुनने वाला नहीं : भूपेश बघेल
०० राजनांदगांव में एक और किसान को करनी पड़ी आत्महत्या
०० आम लोगों और खासकर किसानों के साथ धोखाधड़ी पर रोकथाम क्यों नहीं?
रायपुर। कर्ज के बोझ में डूबकर धोखाधड़ी का शिकार बने राजनांदगांव के जालबांधा क्षेत्र ग्राम बघमर्रा के किसान लेखराम के आत्महत्या की घटना पर गहरा दुख और संवेदना व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि मुख्यमंत्री रमन सिंह का विधानसभा क्षेत्र और मुख्यमंत्री के सांसद पुत्र अभिषेक सिंह का लोकसभा क्षेत्र राजनांदगांव ही क्यों आम नागरिकों और खासकर किसानों के साथ धोखाधड़ी का केन्द्र बन चुका है? एक ओर रमन सिंह प्रदेश मे विकास यात्रा का आडंबर रचने में लगे है, दूसरी ओर उनके और उनके बेटे के क्षेत्र में किसान बीमा कंपनियों और चिटफंड कंपनियों के फर्जीवाड़े का शिकार बनने के लिये मजबूर है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है।
भूपेश बघेल ने कहा कि रमन सिंह बतायें कि छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक किसान आत्महत्या राजनांदगांव जिले में ही क्यों होती हैं? नकली खाद के कारखाने राजनांदगांव जिले में ही क्यों पकड़ाते हैं? चिटफंड कंपनियों और बीमा कंपनियों की धोखाधड़ी राजनांदगांव जिले में ही क्यों होती हैं? नीति आयोग की सूची में देश के 100 पिछड़े जिलों में राजनांदगांव का नाम क्यों आता है? राजनांदगांव की इस स्थिति से मुख्यमंत्री रमन सिंह को कोई दुख, संकोच और पीड़ा क्यों नहीं होती है? रमन सिंह जी के लिये विकास का अर्थ गुणवत्ताविहीन निर्माण, कमीशनखोरी और घोटाला हो सकता है लेकिन सच्चाई तो यही है कि तेजी से दौड़ती कारों, ट्रकों से उड़ती धूल राजनांदगांव जिले के जनजीवन को कालिमा से आच्छादित कर चुकी है। रमन सिंह जी ने कहा कि किसान मजदूरों का दर्द समझने के लिये वो विकास यात्रा कर रहे है। यह छत्तीसगढ़ के लिये दुख का विषय है कि 15 वर्षो में मुख्यमंत्री रमन सिंह इस दर्द को नहीं समझ पाये और इसीलिये फिर से एक और किसान को आत्महत्या करनी पड़ी।