कमजोर नेतृत्व के कारण नाम को तरसता बेलतरा विधानसभा
०० कोटा, बिल्हा ब्लाक को लेकर बनाया गया बेलतरा विधानसभा, नहीं है बेलतरा नाम से थाना
०० भाजपा से उमेश गौराहा, विक्रम सिंह, द्वारिकेश पांडे, राजा पांडे, विजय धर दीवान, हर्शिता पांडे है दावेदार
०० कांग्रेस से अजय सिंह राजेन्द्र धीवर, शैलेन्द्र कौषिक, त्रिलोक श्रीवास के नाम है प्रमुख
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ बनने के बाद प्रथम परिसीमन से बेलतरा विधानसभा का गठन हुआ। कोटा, बिल्हा ब्लाक को लेकर बेलतरा विधानसभा बनी है किन्तु इस विधानसभा क्षेत्र में इस नाम से एक थाना भी नही है। अब जब एक नया ब्लाक बनेगा उसका नाम भी रतनपुर ही होगा। ऐसे में चौदह वर्षों से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी को जिता कर भेजने वाले मतदाता अब इस सोच में पड़ गए है कि उन्हें क्या एक नाम के लिए भी तरसना होगा। कहने को यह ब्राम्हण बाहुल्य विधानसभा मानी जाती है किन्तु ऐसा है नही, इस क्षेत्र में आदिवासी, अजा, ओबीसी तथा मध्यम वर्ग के वोट की भरमार है और क्षेत्र से जीत का दावा वही कर सकता है जिसने विधानसभा के 217 बुथ की खाक छानी हो। 2 लाख 40 हजार मतदाता रखने वाला यह विधानसभा क्षेत्र जिले की भौगलिक रूप से बड़ी विधानसभा है। इसमें कोटा के आठ ग्राम पंचायत है तथा बिल्हा ब्लाक की 82 ग्राम पंचायत आती है। वर्तमान में यहां भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी बद्रीधर दीवान विधायक है। वें लगातार तीन बार से चुनाव जीत रहे है। जबकि यह अविभाजित मध्यप्रदेश में कांग्रेस का गढ़ रहा और 1977 में जनता पार्टी की आंधी के वक्त भी यहां से कांग्रेस उम्मीदवार ने बद्रीधर दीवान की जमानत जब्त करा दी थी।
वर्तमान में पार्टी के उस सिद्धांत जिसके तहत 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगो को टिकट नही देंगे तो श्री दीवान निश्चित रूप से कटेगा। दूसरा फार्मूला विधायकों के प्रदर्शन के आधार पर टिकट तय होगी। तो भी दीवान का नाम कटना तय है। इसी आस में भाजपा के लगभग आधा दर्जन लोग बेलतरा से दावां कर रहे है। जिसमें भाजपा से उमेश गौराहा, विक्रम सिंह, द्वारिकेश पांडे, राजा पांडे, विजय धर दीवान, हर्शिता पांडे प्रमुख है। इसके विपरीत कांग्रेस में बेलतरा से नए प्रत्याशी के लिए दबाव बन रहा है। वर्ष 2003 के चुनाव में कांग्रेस के रमेश कौशिक को इस सीट से मात्र 195 वोट से हार मिली थी। वें अब भी पार्टी से टिकट के गंभीर दावेदार है। दो बार से लगातार चुनाव हारने के बाद भी भुवनेश्वर यादव टिकट के लिए दावा करते है। किन्तु इस बार पार्टी का वरिष्ठ नेतृत्व प्रत्याशी बदलने के मुड़ में है। ऐसे में अजय सिंह राजेन्द्र धीवर, शैलेन्द्र कौषिक, त्रिलोक श्रीवास जैसे नाम टिकट की दौड़ में चल रहे है। अजय सिंह वर्तमान में जिला कांग्रेस के महामंत्री भी है अतः वें विधानसभा क्षेत्र में लगातार बुथ की बैठके कर रहे है। प्रत्येक इतवार को 22 बुथ की बैठक एक स्थान पर करना उनका कार्यक्रम है। पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलना उन्हें पार्टी की नीति रीति समझाना और आने वाले चुनाव में इस क्षेत्र से हर हालत में पार्टी को जीताना यही उनका लक्ष्य है। उनका मानना है कि यदि कांग्रेस पार्टी बेलतरा में कार्यकर्ताओं की मर्जी से आम राय से प्रत्याशी घोषित करें तो कोई कारण नही की पार्टी को जीत प्राप्त न हो। इसी तरह राजेन्द्र धीवर क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करने के लिए सक्रिय रहते है। किन्तु उनका मानना है कि बेलतरा में जीत की कुंजी समाज के वोट के पास है। वें धीवर समाज का प्रतिनिधित्व करते है और उनका दावा है कि विधानसभा बेलतरा में उनके समाज के लगभग 25 हजार मतदाता है। वें कहते है कि हमारे समाज का मतदाता लगभग 12 विधानसभा क्षेत्रो में है। किन्तु भाजपा एवं कांग्रेस दोनो ही दलों से हमारी समाज को कभी प्रतिनिधित्व नही दिया गया। यदि बेलतरा से हमे मौका मिलता है तो कांग्रेस पार्टी को इसका लाभ बिलासपुर जिले के अतिरिक्त चांपा-जांजगीर क्षेत्र में भी होगा। उन्होंने बताया की राष्ट्रीय नेतृत्व के निर्देश पर मछुवारा समाज के लिए पृथक प्रकोष्ट का निर्माण हुआ है। यदि भरतीय जनता पार्टी बेलतरा में अपना प्रत्याशी बदलती है तो बद्रीधर दीवान का प्रथम प्रयास यही होगा की उनके बेटे को टिकट मिल जाए। जो पिछले चार वर्षों से क्षेत्र में विधायक के समान ही व्यवहार कर रहे है। किन्तु टिकट परिवार के बाहर गई तो उमेश गौराहा पार्टी से टिकट का दावा करने वाला पहला नाम होगा। जब कभी भी बेलतरा से दावेदारों का पैनल बना है यह नाम हमेशा रहा है। वे दीवान की जीत की भुमिका में हमेशा सक्रिय रहे। भारतीय जनता पार्टी का कोई भी कार्यक्रम उनकी उपस्थिति के बिना नही होता। क्षेत्र में प्रत्येक समाज में उनके संपर्क सुत्र गहरे तक बैठे है। इसी तरह विक्रम सिंह को भी पार्टी से टिकट की आस है। उनका कहना है कि वे लगातार तीन बार से जनपद सदस्य है। पहली बार उन्होंने मटियारी क्षेत्र से चुनाव जीता। दूसरी बार रतनपुर से तथा तीसरी बार बेहतराई से चुनाव जीत कर आए। वे 19 वर्ष की आयु से चुनाव लड़ रहे है। उनके पिता बलराम सिंह वर्ष 2000 से 2005 तक बिलासपुर मंडी के अध्यक्ष रहे। बेलतरा में इस बार छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस का चुनाव प्रचार भी जोड़दार तरीके से हो रहा है। नागरिकों से पार्टी का परिचय कराने की जिम्मेदारी अनिल टाह उठा रहे है। अभी हाल ही में उनकी 42 दिन की अधिकार यात्र संपन्न हुई। जिसमें उन्होंने लगभग 150 गांव का दौरा किया प्रत्येक बुथ पर कार्यकर्ता खड़े किए। क्षेत्र में क्या जरूरते है उसकी सुची बनाई तथा माननीय अजीत जोगी के शपथ पत्र बांटे। बेलतरा में इस बार का मुकाबला कांटे का होगा।