सतनामी समाज के वोटरो को लुभाने मैदान में उतरे राजनीतिक दल
०० कांग्रेस, भाजपा और जोगी कांग्रेस ने अलग-अलग आयोजन कर सतनामी वोटरों के बीच पहुंचने की कोशिश की
रायपुर|छत्तीसगढ़ में मिनीमाता की पुण्यतिथि पर सियासी दंगल शुरू हो गया है, राजनीतिक दल सतनामी वोटरों को साधने के लिए अलग-अलग मैदान में उतर रहे हैं| भाजपा, कांग्रेस और जोगी कांग्रेस सतनामी बहुल क्षेत्र में आयोजन करके वोटरों को साधने की कवायद में जुट गई हैं वही डेढ़ साल बाद प्रदेश में विधानसभा के चुनाव होने हैं ऐसे में कोई भी दल सतनामी वोटरों को छिटकने नहीं देना चाहता है| जहा भाजपा ने सभी विधानसभा में मिनीमाता की पुण्यतिथि पर आयोजन किया है वहीं, कांग्रेस ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सभी विधानसभा में स्थानीय स्तर पर विशेष आयोजन किया है इसके साथ ही जोगी कांग्रेस की ओर से राजधानी में और उसके आसपास इलाको में सभा का आयोजन कर सतनामी वोटो को साधने की कवायद शुरू कर दिया है|
प्रदेश में जहा भाजपा ने दलित वोटरों को साधने के लिए पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा को जिम्मेदारी सौंपी है वही मिनी माता की पुण्यतिथि पर प्रदेशभर में कार्यक्रम के माध्यम से सतनामी समाज समाज के लोगों को जोड़ने के लिए प्रत्येक जिले एवं मंडल में पौधरोपण किया है| प्रदेश अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रभारी अपने-अपने प्रभार वाले जनपदों में उपस्थित रहेंगे साथ ही मिनीमाता की जीवनी पर व्याख्यान का भी आयोजन किया जायगा | इधर कांग्रेस के बड़े नेता दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं, लेकिन मिनी माता पर आयोजन की जिम्मेदारी अनुसूचित जाति मोर्चा को सौंपा गया है कांग्रेस ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सभी विधानसभा में स्थानीय स्तर पर विशेष आयोजन किया है कांग्रेस सतनामी वोटरों के बीच पहुंचकर सरकार के द्वारा की जा रही उपेक्षा का मुद्दा रखेगी | दलित वोटरों में पैठ बनाने की गरज से सूबे में तमाम राजनीती पार्टिया मैदान में है मगर आने वाले समय किसका पलड़ा होगा भारी और किसका साथ देगा समाज यह तो आने वाला समय ही बताएगा |