किसान, शिक्षाकर्मी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, छात्र सड़कों पर, सरकार को नहीं कोई सारोकार : कांग्रेस
रायपुर। भारत के संविधान में देश के समस्त नागरिकों को अपनी मांगों को लेकर आंदोलन प्रदर्शन करने का अधिकार प्राप्त है, राजनीति देश धर्म और समाज से ऊपर नहीं हो सकती तथा मूलआधार देश का नागरिक ही होता है। नागरिक अपनी सामाजिक संरचना के प्रति उत्तरदाई होता है, जिसकी जिम्मेदारी प्रजातंत्र में सरकार की होती है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता घनश्याम राजू तिवारी ने कहा कि, किसानों की अनदेखी व वादाखिलाफीं किसानों की मौत का कारण बनती जा रही है। छत्तीसगढ़ में लगभग 1 लाख 50 हजार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं जिन्हें अपने मूल कार्यों के अलावा शासकीय एवं अन्य कार्यों में तैनात किया जाता है। कर्मचारियों की सिधी भर्ती मृत्यु होने पर आश्रितों को नौकरी जैसी मांग को लेकर सड़क पर है। उच्चशिक्षा के छात्र विश्वविद्यालय में चुनाव कराए जाने की मांग तथा पुनर्गणना जैसी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलनरत है। छत्तीसगढ़ में उच्चशिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, प्रायमरी शिक्षा की बदहाली, शिक्षा का गिरता स्तर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है जो कि, यह गंभीर और चिंतनीय है। मितानिनों की मांग है कि, उन्हें शासकिय कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, सहानभूति राशि की जगह वेतन दिया जाए जैसी विभिन्न मांगों को लेकर सड़क पर है।