April 18, 2024


छत्‍तीसगढ़ के चार युवाओं ने यूपीएससी क्रैक कर लहराया सफलता का परचम

रायपुर संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल (मुख्य) परीक्षा 2023 के अंतिम नतीजे जारी हो गए हैं। यूपीएससी के फाइनल रिजल्‍ट में छत्‍तीसगढ़ से कई परीक्षार्थियों ने सफलता का परचम लहराया है। रायपुर की अनुषा पिल्ले और अभिषेक डांगे परीक्षा उत्तीर्ण करने में कामयाब रहे हैं। अनुषा को देशभर में 202वां स्थान मिला है, तो अभिषेक को 452वां स्थान मिला है।

अनुषा दूसरे प्रयास में ही यूपीएससी परीक्षा में सफल हो गई है। पहली बार यूपीएससी परीक्षा देने पर प्रांरभिक परीक्षा भी पास नहीं कर पाई थी, जिसके कारण थोड़ा सा निराश हुई थी। पिता संजय पिल्ले डीजी पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। वहीं, उनकी मां रेणु पिल्ले आइएएस हैं और वर्तमान में अपर मुख्य सचिव हैं। अभिषेक को पांचवीं बार में सफलता मिली है।

सरकारी नौकरी छोड़कर शुरू की यूपीएससी  की तैयारी

हीरापुर में रहने वाले अभिषेक डांगे को यूपीएससी परीक्षा में देशभर में 452वीं रैंक मिली है। उन्होंने बताया कि एनआइटी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड में नौकरी लग गई। दो वर्ष तक नौकरी करने के बाद इस्तीफा देकर यूपीएससी की तैयारी करना शुरू किया।

मुंगेली के प्रीतेश ने हासिल की 697वीं रैंक

मुंगेली जिले के लोरमी के प्रीतेश राजपूत ने यूपीएससी में 697 रैंक पाई है। बिना कोचिंग सिर्फ मैकेनिक के बेटे की इस सफलता पर क्षेत्र में उत्साह है। मंझगांव निवासी प्रीतेश तीन भाई-बहन में सबसे छोटे हैं। प्रीतेश ने पांचवीं तक की शिक्षा गांव के शासकीय स्कूल से की। फिर पड़ोसी गांव झापल के निजी स्कूल महाराणा प्रताप से छठवीं से 12वीं तक की पढ़ाई की।

12वीं के बाद वर्ष 20218 में रायपुर के इंदिरा गांधी एग्रीकल्चर कालेज से कृषि में बीटेक इंजीनियरिंग की। 2019 को प्रथम प्रयास में ही पीएससी में जिला खाद्य अधिकारी पद के लिए चयन हुआ। 2020 डिप्टी कलेक्टर पद के लिए चयन हो गया। वर्तमान में वह मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में डिप्टी कलेक्टर के पद पर पदस्थ हैं। हालांकि प्रीतेश अपनी रैंक से संतुष्ट नहीं हैं। वे आइएएस बनने के लिए तैयारी करेंगे।

बलरामपुर की रश्मि को मिली 881वीं रैंक

इसी तरह से बलरामपुर जिले के शंकरगढ़ की रश्मि पैंकरा ने 881वीं रैंक हासिल की है। वह अभी महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी के पद पर बगीचा (जशपुर) में पदस्थ हैं। उनके पिता रामधनी पैकरा ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, माता गृहणी हैं। वे चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी हैं। नवोदय विद्यालय की छात्रा रही रश्मि ने सीजीपीएससी 2022 में सफलता हासिल की। उनका चयन महिला बाल विकास परियोजना अधिकारी के पद पर हुआ था।


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